सब्र नही देरी
दोस्तो,
ये कहावत प्रचलित है की सब्र का फल मीठा होता है, मगर एक हकीक़त है के देरी का फल सड़ता है। खराब होता है। किसी कामका नही रहता और बदबूदार बन जाता है।
पैगंबर हज़रत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का कौल है, हर बीमारी का इलाज है बुढापे सिवा। ( सुनन अबू दाऊद हदीस नं. 3855 )
क़ुदरत ने हर एक की सीमा तय की है। हम रोज़ अपने आपको या अपने बच्चों को देखतें है तो हमे फर्क नज़र नही आता या हम देखकर अंजान बनते है।
मगर वक्त बड़ा ताकतवर होता है। किसी ने क्या खूब कहा है। वक़्त की हर शै गुलाम,वक़्त का हर शै पे राज। दुनिया का कोई मेकप, फेशियल और दौलत जवानी की ओरीजिनल खूबसूरती लौटा नही सकती। वर्ना माधुरी आज भी स्टार होती।
घर बैठे रिश्ते आने की तादाद आहिस्ते आहिस्ते कम होने की वजह बढ़ती उम्र ही होती है।
इंतेखाब फराश
मॅरेज काउंसलर
फ़ैज मॅरेज ब्यूरो
9503801999