दुश्मन की दावत


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दुश्मन की दावत
        दोस्तो, आते इतवार 09/02/2025 को बारामती मे www.faiznikah.com का मुस्लिम कुल जमात रिश्तों का जलसा रखा गया है। इसी सिलसिले मे हमेशा की तरह कल दावतनामा व्हायरल कर दिया। थोडी देर के बाद अंजान नंबर से फोन आया। सलाम दुआ के बाद, सामने वाला शक्स- ' भाई साहब संडे को बारामती आ रहे हो तो, हमारी तरफ से आप को दावत है।दोपहर का खाना हमारे घर पर ही होगा"। मै-' अरे भाई कोण हो तुम और ये दावत किस खुशी मे'। वो- नही पहचाना, भाई मै वही हूँ, जिसने आप के ऑफिस मे पोलीस लाकर बड़ा हंगामा किया था। X का अब्बा जिसका निकाह आपने हमारे मर्जी के बगैर लगाया था। मेरे सामने पलक झपकते ही सारा मंजर आ गया।
     तकरीबन 3/4 साल पहले की बात है। एक नौजवान उम्र 27 ऑफिस आया कर अपनी बात रख्की- पिछ्ले 3 साल से एक फर्म मे काम करता है। कामकाज की जगह उसे एक लड़की से मोहब्बत हो गई। अब वो दोनो शादी करना चाहते है, लड़की के घर मे मां और एक भाई है। मां स्कूल मे टिचर और भाई काॅलेज मे पड़ता है। लड़की और उसके घरवाले तयार है, मगर लड़के के मां-बाप और बाकी रिश्तेदार इस शादी के लिए कतई तयार नही। वजह लड़का लड़की से 16 महीने से छोटा और दुसरे बिरादरी से है। दोंनो मुसलमान ही है मगर, सरनेम अलग है।  मै हमेंशा से कहते आया हूँ,  बाप-दादा के काम से मिला नाम से हम अलग-अलग कैसे हो जाते है। और जब जुल्म करने वाला सिर्फ हमारा लिबास और नाम [ सरनेम नही ] देखकर जुल्म कर रहा है, तब हम शादी-ब्याह के वक्त अलग क्योंकर हो जाते है। ये दीमक इस्लाम की बुनियादी बात- मुसावात [ समानता ] को पूरी तरह से बर्बाद और खोखला कर रहा है। हमारी आज की इस हालात की एक बड़ी वज़ह यही भी तो है।
            लड़के के वालिद से दो बार मुलाकात कर के बहोत समझाया पर, वालिद अपनी बात पर अड़े रहे। आखिर मे मैंने शादी की तारीख डिक्लेअर कर दी। और फोन पर वालिद को इसकी इत्तिला देदी। लड़के के वालिद बड़े तैश मे गाली-गलौज करने के साथ मारधाड करने और अंदर करने की धमकी दे दी। और किय भी ऐसे ही,  ऐन निकाह के वक्त पुलिस और कुछ रिश्तेदार को लेकर ऑफिस पहुंच गये।
           इस निकाह मे faiznikah.com की पूरी टीम मौजूद थी। हम सभी ने पुलिस को हकीक़त बताई। पुलिस ने दूल्हा-दुल्हन से बात की, और  वालिद और साथ आए रिश्तेदारों का पासा पलट गया। पुलिस के उन्हें ही अंदर करने की बात रंग लाई। लड़के के वालिद और बाकी रिश्तेदार लड़के से नाता तोड़ने की बात कह कर घुस्से से ऑफिस से निकल गए।  पुलिस की मौजदूगी मे निकाह हुआ।
       शुक्र है अल्लाह सुभान व तआला का, अब बड़े मियां अपनी बहु से बहोत खूश नज़र आ रहे है। कह रहे थे- बहु हमारे पास हि है, अब मै दादा भी बन गया हूँ, मेरी बहु लाखों मे एक है। हमारे सारे खानदानवाले बड़ी तारीफ करते है। घर के पोल्ट्री के कारोबार को बहोत ऊंचाई पर ले गई है। अल्लाह करे हर एक को हमारे जैसी बहु नसीब हो।