मेरीज ब्यूरो दोधारी तलवार


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आजकल निकाह के लिए रिश्तेदार रिश्ते के जरिया नही बनते। वजह कुछ भी हो मगर ये हकीक़त है। इसलिए आज मेरेज ब्यूरो की तादाद बढ़ गई है। कुछ हद तक ये सही भी है, रिश्तेदार, आसपड़ोस और दोस्त-अहबाब के मुकाबिल मेरेज ब्यूरो की पहुंच वसी / बड़ी होती है।  
              निकाह के खाँहिशमंद अपना या अपनों का प्रोफाईल ब्यूरो मे दर्ज करा देता है। भले ही एक-दुसरे के Expectation जो भी हो, असल मे हर कोई एक प्यार करने वाला, देखभाल करने वाला, हमेंशा साथ देने वाला और भरोसेमंद हमसफ़र चाहता है। मेरेज ब्यूरो मे आपके हिसाब से सैंकड़ो परफेक्ट मॅच होते है। हालाँकि, ये सच्चाई झुठला नही सकते के अपने नज़रिए के मुताबिक परफेक्ट लाईफ पार्टनर की तलाश दुनिया मे सबसे मुश्किल काम है। इसी मुश्किल को आसान बनाते हैं, ये मेरेज ब्यूरो। मगर साथ ही साथ इसके कुछ नुकसान भी हो रहे है।
             जादातर मेरेज ब्यूरो का काम शोशल मिडिया के ग्रुप मे या वेबसाईट पर चलता है। वहाँ पर रोज नये नये प्रोफाईल आते रहते है। मेरेज ब्यूरो से कितने भी परफेक्ट मॅच और सही प्रोफाईल आए तो भी इससे और बेहतर आयेंगे इसके इन्तज़ार मे ये आये प्रोफाईल को नजरअंदाज करते रहते है।
            साथ ही साथ जब प्रोफाईल व्हायरल होता है तो लगातार तीन चार दिनों तक सामने वालों के हर रोज 10/15 फोन आते रहतें है। एक साथ इतने फोन आनेपर इनको लगने लगता है, की हम बहोत स्पेशल है और हमारी बहोत डिमांड है। ये आलापन की अकड़न दिलो-दिमाग पर सवार हो जाती है। सामने वाले से सिदी बात नही की जाती। इसका नतीजा इन्हे और गहराई मे ढकेलता है, इसका एहसास होने तक वक्त हाथ से निकल जाता है।
             हमे हमारी वक्त की हद तैय करनी होगी। हमारे खाँहिशो को सही वक्त पर लगाम लगाकर, हकीक़त को पहचान कर कबूल करना होगा।
           इन्सानी फितरत - कभी भी किसी भी बात से मुतमईन न होना जो है।