इनल्लहा मा साबिरीन
इनल्लहा मा साबिरीन
हाजरीन ,
कुछ दिन पहले लडक़ी और उसके मां अब्बु www.faiznikah.com के ऑफिस में आये ( जो हमारे ग्रुप के मेंबर नहीं है )
उन्हें अपनी बेटी का जल्द से जल्द तलाक़ या खुला चाहिए था जो झटपट और आसान हो वो, कुछ भी करो मगर जल्दी करो
बड़े गुस्से में थे वालीद, बातचीत के दौरान पता चला 5 साल पहले निकाह हुआ, सबकुछ ठीक चल रहा था। अचानक लड़के की नौकरी छूट गयी, पिछले 19 महीनों से लडक़ी मायके में है। लड़का कुछ कमाता नहीं। क्वालिफाइड होने के बावजूद दुसरी तरफ नौकरी नहीं मिल रही हैं।
लडक़ी परेशान हो कर मायके चली आई।
अब वालीद का कहना है-जब मैं ही संभाल रहा हूँ तो तो तलाक़ लेने में हर्ज क्या है?
मै-हम तलाक़/ खुला देने का काम नहीं करते तुटते बिखरतें रिश्तों को जोड़ने का काम करते हैं।
आज अगर बच्ची का तलाक़ हो भी जाए तो क्या उससे निकाह करने कोई तयार है ?
बेशक अल्लाह ताला दिलों को फेरने वाला है।
आपने अबतक संभाला इसके आगे तलाक़ हुआ समझकर और 1/2 साल संभालो। और अल्लाह ताला से दुआ मांगते रहो सब कुछ ठीक होगा।
याद रहे ना उम्मीदी कुफ़्र है।
तलाक़/खुला लेने से वापसी के दरवाज़े बंद हो जातें हैं।
बड़ी मेहनत-मशक़्क़त के बाद, बात मानकर चले गये।
कल उनका फोन आया और बार बार शुक्रिया कहने लगे।
अच्छा हुआ आप की बात सुनी दस-बारा दिन पहले लडक़ी की सास आयी और समझा-बुझाकर लडक़ी को ससुराल ले गई और कल दोपहर दामाद और लडक़ी आये थे, दोनों बड़े खश नज़र आ रहे थे।
शुक्र है अल्लाह ताला का सारी तारीफें अल्लाह के लिए हैं।
इंतेखाब फराश
मॅरेज काउंसलर