गलति यों का एहसास
जैसे आमाल वैसे फ़ैसले ये अल्लाह के फरमान को हमने भुला दि या था।
*मगर आज हमें हमारी गलति यों का एहसास हो गय है।*
*मेरे होनहार, पढे-लि खे, खुबसूरत बच्चों के लि ए रि श्ते तो बहोत आये, मगर बेहतर और बेहतर और बेहतर
के चक्कर में हमने बड़ी नादानी/ गुरूर वज़ह से छोटी छोटी बातों को लेकर रि श्ते ठुकराते चले गए।*
*या अल अफूव ( गलति यों को दरगुज़र करने वाला ) हमें हमारी गलति यों को सुधारने एक मौका हमें दे ।*
*हमारी अपनी ख़ुद की शादी के वक्त हमारे पास क्या था ? हम कि स हालातों से गुज़रे ? कौन कौन सी
मुसीबतों का सामना कि या ? इसका जि क्र भी हमें याद न रहा।*
*हम दोनों मि याँ-बीबी के आपसी प्यार-मोहब्बत, रि श्ते नि भाने के लि ए की क़ुर्बा नी, घर-संसार चलानेके
लि ए की जद्दोजहद, मेहनत, लगन से ख़ुश होकर तुने हमेंहक़ीर से साहि बे हैसीयत बनाया।*
कि सी और को क्या दोष दें। *हमारे ख़ुद के ऑखों पर पड़े घमंड के परदे न जाने कि तने अच्छे रि श्तों को
हि क़ारत कि नज़रो से ठुकरा दि या था।*
*हम हमेशा इब्लीस की बातों में आ जाते हैं कि ज़माना बदल रहा है। हमें ज़माने के हि साब से चलना
होगा, आजकल के बच्चे कहाँ सुनते हैं, हमें हमारे बच्चों को खुद के पैरों पर खड़ा करना है।*
इसी चक्कर में बच्चों की उम्र कब नि कल गईं समझ ही नहीं आया।
हमने हमारी जि म्मेदारी /सच्चाई / हकीक़त से महंु मोड़ रखा था।
*लेकि न एक हकीक़त हमें याद रखना जरूरी था के पि छले 1400 सालों में कुछ भी नहीं बदला है। हर दौर
में हर हाल में हर मुश्कि ल, परेशानी में इस्लाम की रौशनी ने हमें सही रास्ता दि खाया है।*
इस्लामि क ही नहीं आज का मॉर्डन साइंस भी शादी की सही उम्र *18 से 27 हि बताता है।*
लड़का हो या लड़की मां-बाप *अपने खून पसीनेकी कमाई से बच्चों की परवरि श करतें हैं।*
हमने भी अपने बच्चों की भलाई के लि ए उन्हेंअच्छा माहौल, अच्छी तालीम दि लवाई। ये हमारे फ़र्ज भी
था।लेकि न *मेरे परवरदि गार हमें उन्हें सि र्फ दुनि यांवी तालीम दी दीनी तालीम और तरबि अत से दुर रक्खा,
उसकी जरूरत, एहमि यत ना समझी इसी का नतीजा है कि हमारी बच्चे ग़ैरों से शादी करना फ़ख्र महसूस कर
रहे हैं।*
*अल ख़ाफ़ि ज़* ( गि राने वाला ) इतना भी ना गि रा के हमारा वजूद हि खत्म हो जाएं ।
हम को हमारी गलति यों का एहसास हो गय है। तुरहीम है,करीम है हमें माफ़ कर दे।
*तु गैब्बोद्दीन है। हमें पुरा यक़ीन है, तु हमारी मदद जरूर करेंगा। अबतक हुईं गलति यों को सुधारने एक
मौका हमें दे दे।