...इब्रत.... हिकमत
दोस्तों,
दो दि नों से एक व्हि डीओ वायरल हो रहा है *एक भि खारी अपनी ति न पहि यों वाली गाड़ी पर बैठ कर पैसे/
नोट गीन कर सीधे लगा रहा है। जो हमारे उम्मीद से कई गुणा ज्यादा है। इससे अंदाज़ा लग रहा है कि भि खारी
बड़ा मालदार है।*
इस व्हि डीओ में एक बहुत बड़ी बात अल्लाह ताला बताना चाहतें हैं। क्या आपने इस बात पर गौर कि या ?
*एक आम आदमी जो रि क्शावाला, वाचमन, फ्रुट, सब्जी या कोई और हलाल की कमाई करने वाला बड़ी
मुश्कि ल से महीने भर में 12000 से 15000 हजार कमा कर अपना परि वार चलता है। चाहे जीस तरह की भी
मुश्कि लें, मुसीबत आये कि सी दोस्त या रि श्तेदारों सेउधर /कर्ज लेगा मगर कभी भि ख मांगने की बात ख़ाब में
भी नहीं सोचेगा।*
अब आप कहेंगे इसमें *अल्लाह की हि कमत, इब्रत की बात कहॉ ंसे आयी।*
ज़रा हम इसका दूसरा/ सही पहलू पर गौर करेंतो एक बात साफ़ साफ़ नज़र आयेगी *भि कारी करोड़पति
होते हुए भी अल्लाह ताला उससे भि ख ही मंगवा रहें हैं। जि ल्लत की जि ंदगी जीने पर मजबूर कर रहे हैं।*
*और जो मेहनत मजदूरी करके हलाल की रोज़ी रोटी से अपनी जि ंदगी गुजार रहा है उसे इज्ज़त की
जि ंदगी दे रहें है।*
बेशक तु *अल मुइज़ ( इज्ज़त देने वाला ), अल मुज़ि ल ( ज़लील करने वाला) है।*